- फौजी पति मेरठ में, पत्नी का प्यार नामकुम चाय बागान में
- रास्ते से हटाने को कोल्ड ड्रिंक में मिला कर देती थी पारा
- इलाज से बचा तो नेहरू को दे दी 80 हजार रुपये की सुपारी
- छुट्टी में घर आया तो आशिक ने कर दिया खून
- बूढी मां का सहारा छिना, पत्नी सहित सात गये जेल
रांची : # Tara : दोपहर चमकीली थी। उससे अधिक चमक उस लड़की के चेहरे पर थी, जो चहक-चहक चापाकल पर पानी लेने आ रही थी। वो जब भी आती उसका सामना नेहरू मुंडा से होता। यह बात रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के सरबा टोली की है। लड़की Tara (तारामणि) थी तो राहे की लेकिन सिरका टोली में किराये का मकान लेकर रह रही थी। नेहरू जब भी उसे छेड़ता, वो इठलाती हुई आगे बढ़ जाती। एक दिन नेहरू ने उसकी कलाई पकड़ ली तो वो बस आंखों में देखती रह गई। समय के साथ इनकी हंसी ठिठोली प्यार में बदली और इस प्रेम ने देह का देह से रिश्ता कायम कर दिया।
इसे भी पढ़ें : Murder@Gumla : भाई-बहन का पहले किडनैप, फिर बेरहमी से हत्या
अचानक दूसरा पुरूष आ धमका। नाम था जीतलाल मुंडा। यह दरअसल तारामति का ही पति था। वह सेना का जवान था। साल में एक या दो बार छुट्टियों में घर आता। Tara (तारामणि) के साथ शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता, जिससे तंग आकर वो सिरका टोली रहने लगी। आखिर जीतलाल यहां भी आ धमका। कानूनन दोनों एक दूसरे से अलग नहीं हुए थे। वह सब कुछ हुआ जो पति पत्नी के बीच वैध रहा जाता है। इधर नेहरू तड़पता रहा। तारामणि बिलखती रही। रात भर तारामति रही तो जीत के साथ, पर उसका मन नेहरू में समा था।
इसे भी पढ़ें : ससुर से हुआ झगड़ा, दामाद ने Bus जलाई, शराबी की जलकर मौत
दिन में चुपके से नेहरू से मिली और अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए नेहरू से बोली। नेहरू ने इस काम में एक लाख रुपये खर्च बताया। तारा ने नेहरू को अपना एटीएम कार्ड दे दिया, जिससे अलग-अलग जगहों से 80 हजार रुपये निकाले गये। नेहरू मुंडा ने एक अपराधी राजदेव सिंह मुंडा को जीतलाल का खून करने के लिए सुपारी दी और तारामति से कहा कि 16 मई 2016 की रात वह अपने ग्रिल का ताला न लगाये। रात को 11 बजे तीन हत्यारे घर में घुसे। तारा दूसरे कमरे में चली गई। अपराधियों ने जीतलाल का काम तमाम कर दिया। इसके बाद तारा ने पुलिस के सामने झूठी कहानी गढ़ी और कहा कि डाका डालने आये डकैतों ने उसके पति जीत का खून कर दिया। पत्नी के बयान पर डकैती और हत्या का मामला नामकुम थाना में दर्ज किया गया।
प्रेम जाल में जकड़ने के बाद Tara ने 139 बार फोन पर नेहरू से गुटरगु की थी
चापाकल में पानी भरने के दौरान एक दूसरे के हो गये तारा और नेहरू सन 2016 से घटना की तिथि तक 139 बार फोन पर बातें की थी। वैसे फौजी के खून होने के बाद से ही पुलिस को तारा पर शक था। उसका शक तब यकीन में बदल गया जब तारा और नेहरू की प्रेम कहानी उभरकर सामने आई। सीडीआर की गवाही से यह साफ हो गया था कि तारा और नेहरू के बीच चक्कर था। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो नेहरू टूट गया और मर्डर के पीछे छुपे राज को बेनकाब कर दिया।
इसे भी पढ़ें : Murder #डायन-बिसाही : 15 साल पहले मां-बाप और अब बेटे की हत्या
पहले कोको कोला में पारा पिलाकर मारने की हुई कोशिश
गिरफ्तार नेहरू ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि तारा का पति मेरठ में फौज की नौकरी करता था। तारा पति की प्रताड़ना से तंग आकर रांची लौट आई और नामकुम सिरकाटोली में किराये के मकान में रहने लगी। वहीं पास में नेहरू मुंडा के भाई का मकान बन रहा था। पास के चापाकल में पानी लेने के दौरान दोनों में परिचय हुआ और दोनों के बीच प्रेम पनप गया। प्रेम इतना गहरा हो गया कि तारा को अपने पति से विरक्ति हो गई और उसने अपने पति को रास्ते से हटा देने की योजना बना डाली।
फौजी छुट्टी में रांची आता तो तारा के पास ही ठहरता था। ऐसे ही एक बार रांची आया तो रास्ते से हटाने के ख्याल से तारा ने कोको कोला कोल्ड ड्रिंक में पारा मिला कर पिला दिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद किसी तरह उसकी जान बच गई। यह वार खाली गया तो तारा ने अपने आशिक नेहरू को 80 हजार रुपये की सुपारी दे दी। नेहरू के इकबालिया बयान के आधार पर नामकुम पुलिस ने तारामति देवी, नेहरू मुंडा, अमित कुमार राय उर्फ राजेन्द्र राय, साहिल कुमार उर्फ विक्रम, हरेराम पांडेय उर्फ गोलू एवं अनिल कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कैमरामैन धीरज के साथ रूपम की रिपोर्ट
इसे भी पढ़ें : परिजनों ने डांटा तो युवती ने Bridge से नदी में लगाई छलांग, लोगों ने बचाया