- 2005 में डायन-बिसाही बताकर माता-पिता को एक ही दिन मार डाला था
- मामले में आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी
पलामू : Murder #डायन-बिसाही मामला राज्य में थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार पलामू जिले के छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र के पिंडराही गांव में एक दिव्यांग युवक इसका शिकार बना है। उसकी 25 अक्टूबर की देर रात डायन-बिसाही का आरोप लगाकर टांगी से काटकर हत्या कर दी गई। युवक का नाम कृष्णा सिंह (38) है। 2005 में एक दिन ही उसके मां-बाप को भी ऐसे ही आरोप में मार डाला गया था।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
छतरपुर के एसडीपीओ शंभू कुमार सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया यह मामला Murder #डायन-बिसाही का ही है। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीनगर स्थित मेदिनीराय मेडिकल कालेज अस्पताल भेज दिया है। मामले की छानबीन की जा रही है।
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युवक रोजाना की तरह रविवार की रात में भी अपने धान के खेतों की रखवारी करने बजना टोला पाही पर गया था लेकिन वह सोमवार की सुबह में घर नहीं लौटा तो परिजन पाही पर उसे ढूंढने गए जहां उसकी शव खाट पर ही क्षत-विक्षत अवस्था में मिला।
Murder #डायन-बिसाही में ही मां-बाप की गई थी जान
एसडीपीओ ने बताया कि 2005 में मृतक कष्णा सिंह के माता-पिता की हत्या एक ही दिन डायन-बिसाही मामले में कर दी गई थी। इस मामले में गांव के ही साधु सिंह, पतिया देवी, उनके पुत्र और पतोहू के खिलाफ नामजद प्राथमिकी की गई थी। बाद में ट्रायल के दौरान साधु सिंह के पुत्र को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। पिंडराही पंचायत के मुखिया वीरेंद्र सिंह ने कहा कि कृष्णा सिंह अपने माता- पिता की हत्या का गवाह था। उसकी बहन भी गवाह है।
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