सिमडेगा : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल और आदेश पर सिमडेगा जिले के बानो प्रखंड के रामजोल गांव में कोयल नदी के बीचोबीच नदी की चट्टान पर रातभर फंसे युवक को जान बचाई गई। रांची से आई एनडीआरएफ की टीम ने पांच अक्टूबर की दोपहर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। गांव का युवक विल्सन मकडी चार अक्टूबर की देर शाम को मछली मारने गया था। अचानक नदी में धार बहुत तेज हो गई। वह किसी तरह नदी में एक चट्टान पर चढ़ गया और अपनी जान बचाई। नदी की धार इतनी तेज थी कि वह पानी में नहीं उतरा और इस तरह पूरी रात व दिन 15 घंटे तक चट्टान पर बैठा रहा। वह पांच अक्टूबर की सुबह में भी चट्टान पर ही बैठा हुआ था। नदी की धार इतनी तेज है कि वह नीचे नहीं उतर रहा था।
बाहर निकालने के बाद जूस पिलाया गया
एनडीआरएफ की टीम द्वारा नदी से बाहर निकालने के बाद युवक को जूस पिलाया गया। मुख्यमंत्री से वीडियो साझा कर जानकारी दी गई कि विल्सन नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण रविवार रात से टापू में फंसा है। जल्द उसकी मदद की जाये। मामले की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपरोक्त निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री को उपायुक्त सिमडेगा ने बताया कि विल्सन सुरक्षित है और उसका स्वास्थ्य भी सामान्य है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने विल्सन को सुरक्षित टापू से निकालने का निदेश दिया था। नदी में फंसे ग्रामीण को बाहर निकालने में डीसी सुशांत गौरव और एसपी डॉक्टर शम्स तबरेज का सराहनीय योगदान रहा।
रांची से बुलाई गई एनडीआरएफ की टीम
इधर घटना की जानकारी मिलते ही बानो थाना प्रभारी प्रभात कुमार सदल बल घटनास्थल पहुंचकर सुबह से युवक को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे। एसपी डॉक्टर शम्स तबरेज ने बताया कि युवक को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रांची से एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई। एसपी के अनुसार दोपहर तक एनडीआरएफ की टीम बानो पहुंची।
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