धनबाद : धनबाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा के बड़े नेता और उनकी पत्नी की निर्मम हत्या से शहर में सनसनी है। 10 अक्टूबर की देर रात झामुमो के Dhanbad महानगर उपाध्यक्ष शंकर रवानी और उनकी पत्नी बालिका देवी की अपराधियों ने बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। लोगों को घटना की जानकारी रविवार 11 अक्टूबर की सुबह में लगी। सूचना के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पति-पत्नी दोनों का शव उनके घर के आंगन में पड़ा हुआ है।
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दो खोखा-चाकू बरामद किया गया
घटनास्थल से पुलिस ने दो खोखा और चाकू भी बरामद किया है। हत्या भी चाकू से मारकर किया गया है। घर की हालत देखकर ऐसा लग रहा है कि दोनों दंपति ने अपराधियों के साथ मुकाबला भी किया। अपराधियों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर मार होगा। दो फायरिंग भी की गई है। सिंदरी डीएसपी अजीत कुमार सिन्हा, सुदामडीह थाना प्रभारी, भोरा ओपी प्रभारी, जोड़ापोखर इंस्पेक्टर मामले की जांच में जुट गए हैं।
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पुरानी रंजिश पर भी हो रही जांच
17 अगस्त 2017 को रेनबो ग्रुप के चेयरमैन धीरेन रवानी की हत्या हुई थी। हत्या का आरोप शंकर रवानी के बड़े पुत्र कुणाल रवानी पर लगा था। घटना के समय ही कुणाल रवानी की भी पीट-पीटकर लोगों ने हत्या कर दी थी। व्यवसाय और संपत्ति विवाद को लेकर शंकर रवानी और धीरेन रवानी में विवाद था। शंकर और धीरेन चचेरे भाई थे। शंकर रवानी उक्त घटना के समय जेल में बंद थे। दोनों परिवारों ने एक दूसरे पर आरोप लगाया था। पुलिस भी पुरानी रंजिश से ही जोड़कर इस हत्याकांड को देख रही है।
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