छतरपुर Murder Case का खुलासा, सभी आरोपी गिरफ्तार
पलामू : जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र में 25 अक्टूबर की रात एक दिव्यांग व्यक्ति कृष्णा सिंह के Murder का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में तीन आरोपियों- साहेब सिंह, बबन सिंह और धर्मेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि हाल के दिनों में मृतक द्वारा ओझा-गुनी कर उनके परिवार को परेशान किया जा रहा था। इसी वजह से उन्होंने कुल्हाड़ी से वार कर कृष्णा की हत्या कर दी थी। फिलहाल तीनों युवकों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मृतक के बेटे रामचंद्र सिंह ने गांव के ही साहेब सिंह, बबन सिंह (दोनों भाई), लखन सिंह, धर्मेंद्र सिंह, जयराम सिंह व बालकेश सिंह के खिलाफ छतरपुर थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है।
इसे भी पढ़ें : प्यार, धोखा, भरोसे का खून… Tara के इश्क का अंजाम, मारा गया सेना का जवान (VIDEO)
क्या है मामला # Murder
छतरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पिंडराही गांव में 25 अक्टूबर की रात को 48 साल के दिव्यांग कृष्णा सिंह का Murder कर दिया गया था। कृष्णा अपने घर से एक किमी दूर खेत में धान की फसल की रखवाली करने के रोजाना सोने जाता था। वह खेत में बनी झोपड़ी में सोता था। दशहरा की रात भी वह खाना खाकर सोने चला गया। सोमवार की सुबह तक वह नहीं लौटा। इस कारण परिजन उसे देखने गए तो वहां उसकी लाश मिली। इसकी सूचना पाकर थाना प्रभारी उपेंद्र नारायण सिंह मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इसे भी पढ़ें : Deepak Prakash का बयान बना गले की फांस, दुमका में FIR दर्ज
10 साल पहले कृष्णा के माता-पिता का भी हुआ था Murder
10 साल पहले मृतक कृष्णा सिंह के पिता मुनेश्वर सिंह व मां रतनी देवी पर ओझा व डायन का आरोप लगा कर छत्तरपुर बाजार जाते समय कुल्हाड़ी से काट दिया गया था। इस मामले में गांव के ही पड़ोसी साधु सिंह व उनके परिवार वालों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई थी। मृतक कृष्णा इस हत्याकांड का गवाह भी था। साधु सिंह व उसका एक बेटा परशुराम सिंह अभी भी जेल में हैं। ग्रामीणों के अनुसार 10-15 दिन पूर्व मृतक का पड़ोसियों से विवाद हुआ था। इसी को लेकर कृष्णा के परिजनों ने रंजिश के कारण हत्या किए जाने की आशंका जताई है।
इसे भी पढ़ें : Minister Badal Patralekh की उंगली फ्रैक्चर, सिर में भी लगी चोट
इसे भी पढ़ें : License शुल्क में रियायत नहीं मिली तो बंद ही रहेंगे बार