कोहराम लाइव डेस्क : इस भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां हर तरफ नकारात्मकता भरी पड़ी है और सभी पॉजीटिव विचार के लिए क्या-क्या नहीं कर रहे हैं। पर अगर हम अपनी दिनचर्या में थोड़ा बदलाव कर लें, तो रोज हम पॉजीटिव रह सकते हैं। इसके लिए बस रोज सुबह सूर्योदय के समय बिस्तर छोड़ देना चाहिए। सुबह देर तक सोने से आलस्य बढ़ जाता है। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। रोज सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठने परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। ब्रह्म यानी परमात्मा, मुहूर्त यानी शुभ समय। इस समय में जागने और पूजन कर्म करने से धर्म लाभ मिलता है, सेहत अच्छी रहती है, पूरे दिन उत्साह और सकारात्मकता बनी रहती है, मन शांत रहता है।
सेहत पर भी अच्छा असर पड़ता है
शहर हो या ग्रामीण इलाके आजकल वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। दिनभर सड़कों पर वाहन दौड़ते हैं, धुआं छोड़ते हैं। इस वजह से वातावरण प्रदूषित रहता है। सुबह-सुबह के समय जागने का सबसे बड़ा लाभ ये है कि हमें साफ वातावरण में सांस लेने का मौका मिलता है। सुबह-सुबह की ताजी हवा हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद रहती है।
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ऊँ सूर्याय नम: का जाप करना चाहिए
जल्दी उठकर रोज सुबह सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए। इसके लिए तांबे के लोटे का उपयोग करना चाहिए। जल चढ़ाने के साथ ही सूर्य के मंत्र ऊँ सूर्याय नम: का जाप करना चाहिए। उगते सूर्य के सामने बैठकर कुछ देर ध्यान करना चाहिए। ध्यान करने से मन शांत होता है और विचारों में सकारात्मकता बढ़ती है। मन शांत रहता है। क्रोध काबू होता है। दिनभर ऊर्जा बनी रहती है और हम अपने काम पूरी एकाग्रता के साथ कर पाते हैं। ध्यान के लिए साफ-सुथरी जगह का ही चुनाव करना चाहिए। ध्यान के लिए किसी भी सुविधाजनक आसन में बैठ सकते हैं। मन शांत रखें और आंखें बंद करके पूरा ध्यान दोनों आंखों के बीच आज्ञा चक्र पर लगाएं। ध्यान करते समय कुछ सोचना नहीं चाहिए, वरना ध्यान का लाभ नहीं मिलता है।
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