Ranchi : हर तरफ उत्साह, उमंग और जश्न का माहौल। मांदर- नगाड़े की थाप पर थिरकते कदम। सरना स्थलों में पूरे विधि-विधान से “प्रकृति” पर्व की पूजा अर्चना की गई। सदियों से चली आ रही यह परंपरा बताती है कि प्रकृति पर्व सरहुल का आदिवासी समाज में अपना एक अलग ही महत्व है। प्रकृति से जुड़ा यह पर्व आज राजधानी रांची में कई यादगार लम्हे छोड़ गया। सरहुल के मौके पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि जनजातियों का गौरवशाली इतिहास रहा है। इनकी सभ्यता एवं संस्कृति अत्यंत ही समृद्ध रही है। हमारे जनजातियों की कला संस्कृति, साहित्य, परंपरा एवं रीति रिवाज की विश्वव्यापी पहचान है। सरहुल यह संदेश देता है कि प्रकृति के बिना मनुष्य का अस्तित्व नहीं है। उन्होंने मांदर बजाकर राज्यवासियों को प्रकृति पर्व सरहुल की बधाई दी।
CM हेमंत सोरेन ने कहा कि सरना और मसना स्थल आदिवासियों की आस्था से जुड़ा है। इसे संरक्षित रखने की दिशा में सरकार कार्य कर रही है। सामाजिक धरोहरों को अक्षुण्ण रखने में समाज को भी जिम्मेदारी निभानी होगी। सरकार के प्रयास और आपके योगदान से सामाजिक-धार्मिक धरोहर को अलग पहचान दे सकते हैं। CM हेमंत सोरेन सरहुल के दिन रांची के आदिवासी छात्रावास, करमटोली में सरहुल महोत्सव पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आदिवासी छात्रावास की भी सूरत बदलेगी। यहां मल्टी स्टोरी छात्रावास बनेगा, जहां पढ़ाई करने वाले 500 लड़के और 500 लड़कियों के रहने की मुकम्मल व्यवस्था होगी। उन्होंने रांची वीमेंस कॉलेज के साइंस और आर्ट्स ब्लॉक के जीर्णोद्धार करने की घोषणा की। इससे पहले CM ने सरना स्थल में पारंपरिक विधि- विधान से पूजा-अर्चना के बाद मांदर बजाकर लोगों के साथ खुशियां बांटी।
इधर, राजधानी के मुख्य सरनास्थल हातमा, सिरमटोली से लेकर तमाम सरना स्थलों पर आज गजब का नजारा था। प्रकृति पर्व की पूजा-पाठ के बाद पारंपरिक वेशभूषा में लोग नाचते-गाते और झूमते अल्बर्ट एक्का चौक तक पहुंचे। कई टोला मोहल्लों से शोभा यात्रा निकाली गई। मौसम का मिजाज भी आज सुहाना था। प्रकृति ने उनका पूरा साथ दिया। सरहुल को लेकर राजधानी रांची में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये थे। चौक चौराहे पर एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड मुस्तैद थी। पहले से तय प्लानिंग के अनुसार दिन के 2 बजे से बत्ती गुल कर दी गई थी। जेनरेटर के सहारे रंग-बिरंगी रोशनी से नहाती सड़को पर थिरकते पांव गजब का समां बांध गए। कई सामाजिक संगठनों ने जुड़े लोगों ने इनकी सेवा में स्टॉल सजा रखे थे। कई जगहों पर आदिवासी समाज के बड़े चेहरों को पूरा मान-सम्मान दिया गया। महावीर-मंडल और मोहर्रम सेंट्रल कमिटी से जुड़े लोगों ने भी उनका जोरदार स्वागत किया। केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष बबलू मुंडा की अगुवाई में अलबर्ट एक्का चौक पर सरहुल शोभा यात्रा में आये हुए तमाम पाहान और धर्मावलंबियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। रांची के डीसी राहुल कुमार सिन्हा और पुलिस कप्तान किशोर कौशल सहित तमाम थानों की पुलिस और छोटे-बड़े अधिकारी एक्टिव मोड में नजर आये। केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष बबलू मांड की अगुवाई में अलरब्ट एक्का चौक में सरहुल शोभा यात्रा में तमाम आये हुए पाहान और धर्मावलंबियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
झारखंड जगुआर में भी सरहुल पूजा पूरे उमंग के साथ मनाया गया। मौके पर बतौर मुख्य अतिथि आईजी अभियान अमोल वेनुकांत होमकर ने विधि विधान से पूजा अर्चना की। सरहुल पूजा में SP शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल, SP संजय मुकुल किसपोट्टा, SP कर्नल जेके सिंह, DSP ज्ञान रंजन, असिस्टेंट कमांडेंट राजीव कुमार, चन्दन कुमार भी शामिल हुए।
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