Chaibasa : चाईबासा के बहुचर्चित कमलदेव गिरी हत्याकांड के सूत्रधार सतीश प्रधान को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे चाईबासा की SIT ने यूपी के बलिया से पकड़ा। घटना के बाद वो पहले जमशेदपुर भागा और फिर रांची में आकर पनाह लिया। तीन-चार दिन पहले यूपी भाग गया था। टेक्निकल सेल की मदद से पुलिस ने उसे खोज निकाला। गिरफ्तार सतीश प्रधान ने पुलिस के सामने दफन सारे राज उगल दिये हैं। इस बात का खुलासा आज चाईबासा के पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर ने किया। SP ने कहा कि पुरानी अदावत को लेकर कमलदेव गिरी और सतीश प्रधान एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गये थे। करीब एक साल पहले दोनों में मारपीट हुई थी। तब सतीश प्रधान की शादी होने वाली थी। इसके बाद ही सत्यवान प्रधान उर्फ सतीश प्रधान ने कमलदेव से बदला लेने का मन बना लिया था। बीते छह महीने से वह हत्या की प्लानिंग कर रहा था। उसका साथ जाहिद और रकीब ने दिया। वहीं इस कांड में पेशेवर अपराधियों का भी इस्तेमाल किया गया। हत्या को लेकर सौदेबाजी हुई थी। करीब 70 हजार रुपये प्रधान एडवांस दे चुका था। इस हत्याकांड में शामिल सभी लोगों के नाम और उनके ठिकानों के बारे में पुलिस को सबकुछ बता दिया गया है।
इस कांड में शामिल दो गुनाहगार गुलजार हुसैन और मतिउर रहमान को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वहीं फरार लोगों को बहुत जोर-शोर से खोजा जा रहा है। यहां याद दिला दें कि बीते 12 नवम्बर को सरेराह चाईबासा के भारत भवन के नजदीक बम मारकर कमलदेव की हत्या कर दी गई थी। युवा हिन्दू नेता कमलदेव गिरी के मारे जाने के बाद से जनाक्रोश उबाल पर था। कई दिनों तक चक्रधरपुर में बवाल होता रहा। दुकानें-बाजार बंद थे। हालत तनावमय हो गयी थी। चक्रधरपुर में RAF और CRPF को झोंकना पड़ा था। सुनें क्या बोले चाईबासा के पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर…
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