कोहराम लाइव डेस्क : रेसलिंग की नई नेशनल चैंपियन बनी सोनम मलिक। 62 किग्रा कैटेगरी में 2016 ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साक्षी मलिक 7-5 से हराया। सोनम मलिक की ये जीत कई मायने में खास है। जिस हाथ में लकवा मारा उसी हाथ से साक्षी को पटखनी दी। सोनम की साक्षी मलिक पर ये लगातार तीसरी जीत है। उन्होंने 2020 में एशियन चैंपियनशिप और एशियन ओलिंपिक क्वालिफायर में भी साक्षी को पटखनी दी थी। सोनम दो बार के ओलम्पिक पदक विजेता सुशील कुमार को अपना आदर्श मानती है।
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सोनम की जीत इसलिए है खास
दरअसल 2017 में वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप जीतने के बाद सोनम को दाएं हाथ में कुछ परेशानी महसूस हुई थी। लेकिन आने वाले मुकाबले देखते हुए सोनम और उनके कोच ने इसे नजरंदाज कर दिया। सोनम के पिता राजेंद्र मलिक की मानें तो “2018 में स्टेट चैंपियनशिप के दौरान सोनम के हाथ में लकवा मार गया, जिसके चलते उसे ये टूर्नामेंट बीच में ही छोड़ना पड़ा था। सोनम छह माह बेड रेस्ट पर रहीं यहां तक की डॉक्टरों ने भी हार मान ली थी, लेकिन सोनम ने हार नहीं मानी।” कुछ समय पहले तक जिस हाथ के चलते सोनम पर कुश्ती छोड़ने का खतरा मंडरा रहा था, मुकाबला जीतने के बाद जब रेफरी ने उनको विजयी घोषित करते हुए वो हाथ उठाया तो यह पल सोनम, उनके कोच और उनके प्रशंसकों के लिए खास बन गया।
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टोक्यो ओलम्पिक्स के लिए दावेदारी मजबूत
साक्षी मलिक पर इस जीत के साथ ही सोनम ने इस साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक्स के लिए अपनी दावेदारी मजबूत कर ली है। सोनम और साक्षी 62 किलोग्राम वर्ग में भारत की ओर से ओलम्पिक के टिकट की दावेदार हैं। दोनों मार्च में होने वाले ओलम्पिक ट्रायल में एक बार फिर आमने-सामने होंगी।
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