Kohramlive : PM नरेंद्र मोदी ने गैजेट के दुष्परिणाम पर गहरी चिंता जताई है। गैजेट को स्मार्ट मान लेना सबसे बड़ी गलती है। स्मार्टनेस जितनी सही होगी, गैजेट का इस्तेमाल वैसा ही होगा। लोग 6 घंटे फोन का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में गैजेट ने लोगों को गुलाम बना रखा है। टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल करने की जरूरत है। PM मोदी ‘परीक्षा पे चर्चा 2023’ कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को स्टूडेंट से बातचीत कर रहे थे। रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में विद्यार्थियों के साथ PM के साथ हो रहे संवाद को झारखंड के गर्वनर रमेश बैस ने भी देखा-सुना। PM मोदी ने कहा कि बच्चे पढ़ाई से ज्यादा नकल करने के तरीकों को ढूंढते हैं, ऐसे बच्चे बड़े क्रिएटिव होते हैं। उन्हें अपना कीमती समय मेहनत करने में लगाना चाहिए। एक परीक्षा में पास होने का मतलब जिंदगी में पास होना नहीं है। नकल से जिंदगी नहीं बनती। कामयाबी के लिये टाइम टेबल बहुत जरूरी है। शिक्षकों से कहा कि सवाल पूछने वाले बच्चों को रोकें नहीं, उनकी जिज्ञासा पर ग्रहण ना लगाये, तत्काल जवाब नहीं भी दें तो उसे समय लेकर बाद में जरूर बताये। हार्ड वर्क और स्मार्ट वर्क में फर्क ही आपको आगे ले जायेगा। घर में बच्चों को ज्यादा टोका-टोकी करने से बचें।
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