रांची : विश्व ऑस्टियोपोरोसिस डे पर बुधवार को बीएयू के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं यूएस पॉलीक्लिनिक के मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ उमाशंकर वर्मा ने जांच शिविर लगाया। लोगों को Bone (हड्डी) संबंधी रोगों के कारण, बचाव और आधुनिक इलाज की जानकारी दी। बताया कि ओस्टियोपोरोसिस बीमारी में हड्डियां खोखली हो जाती हैं। बचपन से लेकर 20 वर्ष की आयु तक हड्डी बनने की रफ्तार अधिक होती है और इसका छय बहुत कम होता है।
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40-45 वर्ष की उम्र में Bone में तेज होने लगती है छय की प्रक्रिया
40 से 45 वर्ष की उम्र में हड्डियों के छय होने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। कैल्शियम की कमी के कारण Bone के टेढ़ा होने, कमजोर होने, हड्डी में दर्द होने और टूटने की गति बढ़ने लगती है। गलत जीवनशैली, शारीरिक मेहनत की कमी, धूप कम सेवन करने के कारण अस्थि रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। अंत: हमें कैल्शियम युक्त भोजन के साथ घूप का नियमित सेवन करना चाहिए। डॉ वर्मा ने अपने सहयोगी चिकित्सकों डॉ प्रेम प्रकाश राजू, डॉ सुचित्रा, डॉ योगेश्वर वर्मा व अन्य के साथ मिलकर 200 अस्थि रोगियों की नि:शुल्क जांच की तथा दवाएं भी दी।
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