- शाम पांच बजे थम गया प्रचार का शोर
- अब प्रत्याशी डोर टू डोर कैंपेन कर सकेंगे
रांची : तीन नवंबर को झारखंड में होने वाले Byelection के लिए प्रचार का शोर थम गया। दुमका और बेरमो विधानसभा सीट के लिए Byelection हो रहा है। इसके लिए पिछले एक महीने से सूबे में राजनीतिक हलचल जोरों पर है। कोरोना काल में भी रैलियां, सभाएं और प्रचार अभियान जारी हैं। अब चुनाव सामने है और प्रचार भी थम चुका है।
अब नहीं बजेगा लाउडस्पीकर
दुमका और बेरमो उपचुनाव प्रचार कार्य खत्म हो गया। अब भाषण या प्रेस वार्ता का आयोजन नहीं होगा। लाउडस्पीकर से चुनाव प्रचार नहीं होगा। प्रत्याशी डोर टू डोर कैंपेन कर सकेंगे। तीन नवंबर को सुबह सात बजे से दोनों सीट के लिए वोट डाले जाएंगे।
दोनों विधानसभा सीटों पर आमने-सामने की टक्कर है। बेरमो में कांग्रेस प्रत्याशी कुमार जयमंगल सिंह और भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल में टक्कर है तो दुमका में पूर्व मंत्री और भाजपा प्रत्याशी लुईस मरांडी तथा झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन के बीच सीधा संघर्ष है।
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महागठबंधन और भाजपा में सीधी टक्कर
झामुमो और कांग्रेस क्रमश: दुमका और बेरमो सीट जीत कर अपनी धाक बनाए रखना चाहता है तो भाजपा इन दोनों खोई सीटों पर एक बार फिर अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है। दोनों सीटों पर जीत के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है।
Byelection के लिए सीएम ने भी कई सभाएं की
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत झामुमो के सभी बड़े नेता दुमका में कैंप किए हुए हैं तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अपनी पूरी टीम के साथ बेरमो में जमे हैं। भाजपा ने भी अपनी पूरी फौज दुमका और बेरमो में उतार दी है। पूर्व मुख्यमंत्रियों में शामिल बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास और अर्जुन मुंडा के अलावा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश समेत सभी पार्टी नेता इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय रहे।
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