रांची : झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन मंगलवार को सतारूढ़ दल के विधायकों ने केंद्रीय कृषि बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय है कि सदन में कोरोना महामारी पर भी विशेष चर्चा होनी है। इस बीच सत्ता पक्ष औऱ प्रतिपक्ष के हंगामे को देखते हुए अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने सदन को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। पूर्व कृषि मंत्री रणधीर सिंह के व्यवहार से नाराज होकर स्पीकर ने उन्हें सदन से बाहर कर दिया।
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ट्रैक्टर से सदन पहुंचीं विधायक दीपिका सिंह
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष का प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान महगामा की कांग्रेस विधायक दीपिका सिंह पांडेय ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए केंद्रीय कृषि बिल का विरोध किया। वह विधानसभा परिसर कुछ अलग अंदाज में ट्रैक्टर से आईं। कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के खिलाफ काला कानून लोकतंत्र की हत्या कर राज्यसभा से पास कराया है। जो सरकार किसानों के हित में काम नहीं करेगी, हम उसके खिलाफ हैं और उसका पुरजोर विरोध करते रहेंगे।
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नियोजन नीति को लेकर हंगामा
सदन के आखिरी दिन हंगामे के बीच सरकार की ओर से दो प्रस्ताव सदन के पटल पर लाए गए। नियोजन नीति को लेकर भी सदन में हंगामा हुआ। उल्लेखनीय है कि हाई कोर्ट ने सोमवार को ही फैसला सुनाते हुए नियोजन नीति को खारिज कर दिया था। इस मामले पर सदन में सत्ता पक्ष ने आवाज उठाई. जबकि विपक्ष पहले से वेल में हंगामा कर रहा था।
बीजेपी विधायक अमर बाउरी ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार ने इस मुद्दे को कोर्ट में सही तरीके से नहीं रखा। सत्ता पक्ष ने कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार का नियोजन संबंधी निर्णय गलत था। इस कारण हाई कोर्ट ने रिजेक्ट कर दिया। इसके लिए हेमंत सरकार जिम्मेदार नहीं है।
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