कोरोना के गंभीर मरीजो का इलाज हुआ आसान
रांची : रिम्स में बढ़ाए जाएंगे 72 बेड, कोरोना के गंभीर मरीजों का होगा इलाज। रिम्स अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप ने यह जानकारी दी की सोमवार को जिला प्रशासन के साथ हुई बैठक में बेड बढ़ाने पर चर्चा हुई थी। इसे देखते हुए रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग के डी-1 और डी-2 वार्ड को कोविड वार्ड बनाने का फैसला लिया गया। इसके शुरू होने से अधिक संख्या में कोविड के गंभीर मरीजों की जान बच सकेगी। दोनों वार्ड में 40 बेड ऑक्सीजनेट हैं। जहां हाईफ्लो ऑक्सीजन के साथ मरीजों का इलाज किया जा सकता है। वहीं 32 बगैर ऑक्सीजन वाले गंभीर संक्रमित मरीज जो हार्ट, किडनी जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं, उनका इलाज किया जाएगा। रिम्स में अब कोविड आईसीयू बेड की संख्या 65 हो जाएगी। वहीं यहां कुल 315 कोविड मरीजों का इलाज हो पाएगा।
बेड बढ़ाने में समस्या नहीं, मैनपावर की है कमी : रिम्स अधीक्षक
रिम्स अधिक्षक के अनुसार बेड बढ़ाने को लेकर कोई समस्या नहीं है। यहां मैनपॉवर की कमी है। रिम्स स्वास्थ्यकर्मियो की कमी से जुझ रहा है। रिम्स में अभी करीब 350 नर्स हैं, इनमे से 50-60 संक्रमित हो चुकी हैं तो वहीं दूसरी ओर हर नर्स 10 दिन तक लगातार ड्यूटी करने के बाद 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन के लिए जाती हैं। यही हाल वार्ड ब्वाय का है। ऐसे में 72 बेड का कोविड वार्ड शुरू करने से परेशानी आएगी। इस कोविड वार्ड को चलाने के लिए कम से कम 55 नर्स और 55 वार्ड ब्वाय की आवश्यकता पड़ेगी। अगर मैनपॉवर की व्यवस्था हो जाती है तो इससे मरीजों का न केवल बेहतर ढंग से इलाज हो पाएगा बल्कि रिम्स की परेशानी भी दूर होगी।
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