- चीन के टांका जनजाति के लोग कभी जमीन पर अपने पैर नहीं रखते
- सदियों से इस जनजाति के लोग समुद्र में ही रहते हैं, जमीन से कोई वास्ता नहीं
कोहरा लाइव डेस्क : जब खुशियां बेशुमार मिल जाएं, तो Zameen पर पावं नहीं पड़ने की बात दिल के भीतर से निकलती है। ऐसी खुशी जिसे पाकर आसमां में उड़ने की चाहत जगने लगे, तो जमीं पर पावं कैसे पड़ेंगे। ऐसा लगना नेचुरल है। हालांकि वास्तव में ऐसा कुछ नहीं होता। पंख होने पर उड़ने की चाहत भी समझ में आती है,पर यदि यह सुनने को मिले कि दुनिया में एक ऐसी जनजाति भी है, जिसके लोग जमीन पर पावं रखते ही नहीं हैं, तो अचरज की बात तो लगेगी ही। कुछ अजब-गजब जैसी बात भी है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं चीन की टांका जनजाति की। सोच सकते हैं कि भला जमीन पर पावं रखे बिना एक जनजाति के लोगों का जीवन आखिर कैसे चल सकता है, पर यही हकीकत है, क्योंकि इस जनजाति के लोग समुद्र में सदियों से रहते हैं। समुद्र में ही इन्होंने तैरता हुआ अपना गांव बसा लिया है।
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पानी ही है इनकी दुनिया, इन लोगों ने देखी हा नहीं Zameen
ऐसी जानकारी मिली है कि चीन में टांका जनजाति के लोगों का 1300 साल से जमीन से कोई वास्ता नहीं है। इन लोगों ने Zameen देखी ही नहीं है। इन्होंने जमीन पर रहना कभी पसंद नहीं किया। ये शुरू से ही समुद्र में रहना पसंद करते हैं। पानी ही इनकी दुनिया है। इस जनजाति के करीब 7000 लोगों ने मिलकर समुद्र में ही गांव बसा लिया है।
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परंपरागत नावों के मकान ही इनका जहान
चीन के दक्षिण पूर्व क्षेत्र में करीब 7000 मछुआरों के परिवार अपने परंपरागत नावों के मकान में रह रहे हैं। ये मकान ही इनका जहान हैं। समुद्र के पानी पर ऐसे विचित्र घरों की एक पूरी बस्ती है, जिसे देखकर कोई भी हैरत में पड़ जाए, पर उनके लिए यह सब सामान्य है। उन्हें सरकार अथवा उसकी योजनाओं से भी कोई लेना-देना नहीं होता। वे हमेशा अपनी ही लाइफ स्टाइल में व्यस्त और मस्त रहते हैं।
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