नई दिल्ली : कोरोना वायरस पूरे विश्व में फैलाने के बाद चीन में अब एक नये संक्रामक वायरस ने दस्तक दी है. इस वायरस ने लोगों को भयभीत कर रखा है. यह एक टिक-जनित वायरस (tick-borne virus) है, जो संक्रामक है. मतलब कि यह आसानी से फैल सकता है. इस वायरस ने चीन में अभी तक सात लोगों की जान ले ली है. जबकि, 60 लोग इससे संक्रमित हैं. इसकी सूचना चीन (china news) के आधिकारिक मीडिया ने दी है. विशेषज्ञों की मानें तो यह बीमारी कोरोना जैसी खतरनाक साबित हो सकती है.
दरअसल, इस वायरस से ज्यादा खतरा इसलिए बताया जा रहा है क्योंकी इसके मानव-से-मानव बॉडी में फैलने की संभावना अधिक है. ग्लोबल टाइम्स के रिपोर्ट की मानें तो सबसे पहले पूर्वी चीन के जिआंगसु प्रांत में 37 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए. बाद में, पूर्वी चीन के अनहुई प्रांत में भी इससे 23 लोग संक्रमित पाए गए. रिपोर्ट की मानें तो अनहुई और पूर्वी चीन के झेजियांग प्रांत में कुल मिलाकर कम से कम सात लोगों की मौत हो चुकी है.
रिपोर्ट की मानें तो जिआंगसु की राजधानी नानजिंग की एक महिला इस वायरस से पीड़ित थी. उनमें इसके जो लक्षण दिखे, उसमें बुखार, खांसी व अन्य थे. डॉक्टरों ने जांच में पाया कि उनके शरीर में ल्यूकोसाइट, रक्त प्लेटलेट की गिरावट हुई है. हालांकि, एक महीने के इलाज के बाद उस महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
विशेषज्ञ डॉक्टर की मानें तो एसएफटीएस (SFTS) वायरस बनिएवायरस श्रेणी का वायरस है, कोई नया वायरस नहीं है. वायरोलॉजिस्ट का मानना है कि यह संक्रमण मनुष्यों के बीच फैल सकता है. जो टिक बाइट से संभव है. दरअसल, टिक छोटी मकड़ी जैसा जीव होता है. यह बहुत तेजी से त्वचा को काटकर खून पीने लगता है. आमतौर पर यह पक्षियों या जानवरों के पंखों या बालों में पाये जाते है.
झेंग विश्वविद्यालय के तहत चलने वाले अस्पताल के एक डॉक्टर शेंग जिफांग की मानें तो मानव-से-मानव में इसके प्रसार को फिलिाल नकारा नहीं जा सकता है. मरीजों में यह रक्त के माध्यम से फैल सकता है. डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि टिक के काटने से इसकी फैलनी की संभावना सबसे अधिक है. लोगों को इससे घबराने नहीं सतर्क रहने की जरूरत है.