kohramlive desk : 26 मई को वर्ष का प्रथम ब्लड मून होगा। यह पूर्ण चन्द्र ग्रहण होगा जो पूर्वी एशिया, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर आदि में पूर्ण चन्द्र ग्रहण की तरह देखा जायेगा तथा भारत में एक उपच्छाया ग्रहण की तरह ही देखा जायेगा । अतः भारत मे कोई सूतक काल भी नही होगा इसलिए भ्रम में ना पड़े। ग्रहण का समय 2:17 मिनट दोपहर से 07:19 तक होगा।
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क्यो होता है ब्लड मून
जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तब चन्द्रमा की छाया वाला भाग अंधकारमय हो जाता है तो ग्रहण होता है । सूर्य पृथ्वी चन्द्रमा लगभग एक क्रम में सीधी रेखा में होती है, तो कॉस्मोलाजी सिद्धांत के अनुसार यह पूर्णिमा को ही घटित होती है। इस साल 2 चन्द्र ग्रहण, 2 सूर्य ग्रहण होगा। 10 जून को पहला सूर्य ग्रहण है।
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ग्रहण में क्या करें
- गुरुमंत्र इष्ट मंत्र का खूब जप हवन करें क्यो की इन दिनों में उसका फल करोड़ गुणा होता है।
- जप ध्यान हवन दान स्नान (समुन्द्र नदिया ,कुआं का जल, सरोवर, बोरिंग का ताज जल) करें करोड़ गुणा लाभकारी है।
- ॐ चन्द्राय नमः व ॐ सोमाय नमः का जप करो मंत्र सिद्ध हो जायेगा।
- गाय के देशी घी को एकटक देखते हुये ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का 80 माल जप करें।
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ग्रहण में क्या न करें
- फल फूल पत्ती ना तोड़े इस टाइम।
- गर्भवती महिला विशेष ध्यान दे अपने उदर को गाय के गोबर से गोठने व चेतन अवस्था में नारायण कवच का पाठ करें।
- इन्ह समय मे भोजन जल शौच वर्जित है।
- भूमि खोदना वर्जित है।
नोट :ये सभी तभी त्याज्य है जब पूर्ण ग्रहण हो नहीं तो ये अनिवार्य नहीं है।
आचार्य आशुकवि पङ्कज ऊमर
अंतरास्ट्रीय शोधार्थी भारत
ज्योतिष गुप्तचर विभाग दिल्ली