नई दिल्ली : भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के प्रमुख आरएस शर्मा का कार्यकाल 30 सितंबर को पूरा हो गया। उन्होंने कहा है कि विभिन्न मंचों, ऐप स्टोर, ऑपरेटिंग प्रणाली और उपकरणों पर भी निरपेक्षता का सिद्धांत लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूरसंचार नेटवर्क पर निरपेक्षता का सिद्धांत लागू होता है, ऐसे में अन्य के लिए भी निरपेक्षता जरूरी है। ट्राई के चेयरमैन शर्मा शर्मा ने कहा कि डिजिटल दौर में प्लेटफॉर्म या मंचों, ऐप स्टोर, ऑपरेटिंग प्रणाली और उपकरणों की निरपेक्षता एक महत्वपूर्ण पहलू है, जिसकी समीक्षा किए जाने की जरूरत है।
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इंटरनेट अब व्यापक हो गया है
श्री शर्मा ने कहा कि ऐसे समय जबकि इंटरनेट व्यापक हो गया है, स्मार्टफोन और उपकरण, सॉफ्टवेयर, ऑपरेटिंग प्रणाली और ऐप स्टोर तक पहुंचने का माध्यम बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि मंच, ऑपरेटिंग प्रणाली और उपकरण यदि निरपेक्ष नहीं होंगे, तो उनका नियंत्रण मनमाना हो जाएगा। दूरसंचार सेवा प्रदाता नेट निरपेक्षता के सिद्धान्त की वजह से इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकते।
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