Kohramlive desk: आज के डिजिटल दौर में Credit Card से शॉपिंग का चलन बढ़ रहा है। ऐसा इसलिए कि इसमें पहले प्रॉडक्ट खरीद लिया जाता है और पेमेंट बाद में किया जाता है। यदि कोई प्रॉडक्ट ज्यादा महंगा है तो उस पर EMI (मासिक किस्तें) भी बनवाई जा सकती हैं। कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं, जिनकी खरीदारी को आप मासिक किस्तों में कन्वर्ट नहीं करवा सकते।आप इलेक्ट्रॉनिकआइटम, ट्रैवल के खर्च, कपड़े, लाइफस्टाइल और इंश्योरेंस जैसी चीजों को खरीदकर इन्हें मासिक किस्त में आसानी से कन्वर्ट करवा सकते हैं। इन पर ब्याज भी बहुत ज्यादा नहीं लगता है।
60 दिन के बाद नहीं होता कन्वर्जन
HDFC बैंक क्रेडिट कार्ड से की गई ऐसी शॉपिंग को ईएमआई में कन्वर्ट करने का विकल्प नहीं देता, जो 60 दिन पहले या उससे भी पहले की गई है। कुछ बैंक उपयोगकर्ता को एक महीने से अधिक पुरानी खरीदारी को ईएमआई में बदलने की अनुमति नहीं देते। एक Credit Card यूजर को ईंधन बिल (Fuel bills) या नकद लेनदेन को ईएमआई में विभाजित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
सोना और गहने
2013 मेंरिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बैंकों से कहा था कि वे सोने की रिटेल खपत को कंट्रोल करने के उद्देश्य से क्रेडिट कार्ड के माध्यम से की गई सोने की खरीदारी को ईएमआई में कन्वर्ट न करें। इससे पहले, क्रेडिट कार्ड के कारोबार में शामिल कई बैंकों ने सोने और हीरे के आभूषणों की खरीद पर ईएमआई की सुविधा की पेशकश की थी। आरबीआई द्वारा 2018 में फिर से इसी तरह का दिशानिर्देश जारी किया गया था, जिससे ज्यादातर बैंकों को आभूषणों की क्रेडिट कार्ड से की गई शॉपिंग में ईएमआई के विकल्प बंद करने के लिए प्रेरित किया गया था।
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