kohramlive desk : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि भारत सरकार के 15 साल पुराने सभी वाहनों को स्क्रैप कर दिया जाएगा। इस बारे में एक नीति राज्यों को भेज दी गई है। गडकरी नागपुर में वार्षिक ‘एग्रो-विजन’ कृषि प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि पानीपत में इंडियन ऑयल के दो प्लांट लगभग शुरू हो गए हैं। इनमें एक प्रति दिन एक लाख लीटर इथेनॉल का उत्पादन करेगा, जबकि दूसरा चावल के भूसे का इस्तेमाल कर रोजाना 150 टन बायो-बिटुमेन का उत्पादन करेगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे और उन्होंने गडकरी के प्रयासों की सराहना की।
चावल के भूसे का इस्तेमाल इथेनॉल और बायो बिटुमेन बनाने में
गडकरी ने कहा कि यह पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और देश के चावल उत्पादक हिस्सों के रूप में एक बड़ा बदलाव है, जहां चावल की पराली जलाने से प्रदूषण होता है। अब चावल के भूसे का इस्तेमाल इथेनॉल और बायो बिटुमेन बनाने के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमें देश में और ज्यादातर सड़क परिवहन विभाग में 80 लाख टन बायो-बिटुमेन की जरूरत है। देश में लगभग 50 लाख टन बिटुमेन का निर्माण होता है और हम इसका लगभग 25 लाख टन आयात करते हैं।”
नहीं होगी देश को कोलतार आयात करने की जरूरत
गडकरी ने कहा, “मुझे खुशी है कि जब इस तरह की परियोजनाएं शुरू होंगी, तो हमारे देश को कोलतार आयात करने की जरूरत नहीं होगी। गांवों, जिलों, राज्यों और राष्ट्रीय राजमार्गों में हमारी सड़कें किसानों द्वारा उत्पादित चावल के भूसे का इस्तेमाल करके बिटुमेन से बनाई जाएंगी।” उन्होंने असम में इंडियन ऑयल की एक और परियोजना के बारे में भी बताया, जहां बायोएथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा। गडकरी ने कहा, “बंजर भूमि पर बांस की खेती की जाएगी, जिससे बायोएथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा। हमारे किसान न सिर्फ अन्नदाता बने रहेंगे, बल्कि वे ऊर्जा प्रदाता भी बनेंगे।”
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