कोहराम लाइव डेस्क : पालक इंसानों के साथ-साथ अब Battery में भी ऊर्जा भरेगा। अमेरिकन यूनिवर्सिटी के अनुसार पालक को ‘कार्बन नैनोशीट’ में तब्दील करने में कामयाबी दर्ज की। पालक अब तक अपने पौष्टिक गुणों के लिए जाना जाता रहा है। और अब एक नए रिसर्च से पता चला है कि यह न सिर्फ इनसान, बल्कि Battery में भी ऊर्जा का संचार करने में सक्षम है। स्मार्टफोन से लेकर इलेक्ट्रिक कार के पहियों तक में इसकी मदद से जान फूंकना संभव है। ये सूक्ष्म परतें ‘फ्यूल सेल’ यानी ईंधन से प्राप्त रासायनिक ऊर्जा को बिजली में बदलने वाली Battery में ‘ऑक्सीजन रिडक्शन’ को रफ्तार देने की क्षमता रखती हैं।
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सस्ता और टिकाऊ विकल्प
मुख्य शोधकर्ता शाउझॉन्ग झाऊ कहते हैं, नए अध्ययन से साफ है कि ‘फ्यूल सेल’ में ‘ऑक्सीजन रिडक्शन’ की प्रक्रिया को अंजाम देने वाले ‘कैटालिस्ट’ का निर्माण प्राकृतिक स्रोतों से भी मुमकिन है। खास बात यह है कि पालक से निर्मित ‘कार्बन नैनोशीट’ न सिर्फ प्लैटिनम आधारित ‘कैटालिस्ट’ से बेहतर प्रदर्शन करती हैं, बल्कि बेहद सस्ती, टिकाऊ और ईको-फ्रेंडली भी होती हैं।
घास और धान पर भी नजर
टीम ने पालक, घास और धान का चयन इसलिए किया क्योंकि ये बेहद कम तापमान पर भी नष्ट नहीं होते।बता दे की हजार गुना पतली हैं पालक से निर्मित ‘कार्बन नैनोशीट’ इन्सानी बाल के मुकाबले। पालक बेहद कम तापमान पर भी जल्दी खराब नहीं होता, इसे उगाना भी आसान है।आयरन-नाइट्रोजन का बेहतरीन स्रोत, कैटालिस्ट को ज्यादा प्रभावी बनाते हैं ये तत्व।
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