spot_img
Monday, March 27, 2023
spot_img
27 March 2023
spot_img

Related articles

spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

Mahashtami आज, महागौरी की ऐसे करें पूजा, पापों से मिलेगी मुक्ति

spot_img
spot_img
- Advertisement -
- Advertisement -

कोहराम लाइव डेस्‍क : आज नवरात्रि का आठवां दिन है. इसे Mahashtami भी कहा जाता है. आज के दिन दुर्गा मां के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि मां महागौरी पापों का नाश करती हैं और भक्तों को इससे मुक्ति दिलाती है.

- Advertisement -

जो लोग पहला और आखिरी नवरात्रि व्रत रखते हैं, उन्हें अष्टमी व्रत 24 अक्टूबर को रखना चाहिए। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, 24 अक्टूबर को Mahashtami व्रत रखना उत्तम है। नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की पूजा की जाती है। यह मां दुर्गा का आठवां स्वरूप है। इसे महाष्टमी या दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन महागौरी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी पाप खत्म हो जाते हैं। मां पार्वती ने अपने रंग के लिए कई वर्षों तक कठोर तपस्या की थी, जिसके बाद उन्हें गौर वर्ण मिला था। इसी के चलते वह महागौरी कहलाईं। कहा जाता है कि महागौरी की पूजा महाष्टमी के दिन करने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

इसे भी पढ़ें : बड़कागढ़ Estate : बांस की डोली में मां को बिठाकर निकाली…

देवी महागौरी की पूजा करते समय गुलाबी रंग पहनना शुभ

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल महानवमी तिथि 25 अक्टूबर (रविवार) को पड़ रही है। इसके बाद शाम को दशमी तिथि लगने के कारण दशहरा भी इसी दिन मनाया जाएगा। 25 अक्टूबर को नवमी होने के कारण नवरात्रि व्रत पारण इसी दिन किया जाएगा। नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है।

देवी महागौरी की पूजा करते समय गुलाबी रंग पहनना शुभ माना जाता है। अष्टमी की पूजा और कन्या भोज कराते समय इसी रंग को पहने। नवरात्रि के आठवें दिन माता भगवती को नारियल का भोग लगाकर वह नारियल दान कर दें। मान्यता है कि ऐसा करने से संतान संबंधी सभी परेशानियों से राहत मिलती है।

इसे भी पढ़ें : Durga Puja @London : लंदन में टेम्‍स नदी से मिलने पहुंचीं मां गंगा

ऐसे करें मां महागौरी की पूजा

इस दिन स्नानादि कर पीले वस्त्र पहनें। फिर मां के सामने दीपक जलाएं। महागौरी का ध्यान करें। मां को सफेद व पीले पुष्प बेहद प्रिय हैं। ऐसे में उन्हें यही अर्पित करें। फिर मंत्रों का जाप करें। इसके बाद मध्य रात्रि में इनकी पूजा करें। इस दिन कन्याओं को खाना भी खिलाया जाता है। कहा जाता है कि 2 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक की कन्या को ही पूजा जाना चाहिए। इस दिन मां की आराधना करने से व्यक्ति के जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं।

- Advertisement -
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

Published On :

spot_img

Recent articles

spot_img
spot_img

Don't Miss

spot_img
spot_img