कोहराम लाइव डेस्क : वैसे तो Lockdown ने सबको परेशान कर रखा है। पर इसका गहरा असर तीर्थ स्थलों में भी देखने को मिल रहा है। पूरे भारत में कई तीर्थ स्थल हैं। तीर्थ स्थल में पर्यटकों की वजह से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है, जिससे पर्यटक स्थलों के आसपास के ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति बेहतर होती है।
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Kamakhya मंदिर
Kamakhya मंदिर, असम के गुवाहाटी से 8 किमी दूर पहाड़ों पर स्थित है। यह मंदिर शक्ति की देवी सती का मंदिर है और भारत का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर एक पहाड़ी पर बना है और इसका तांत्रिक महत्व भी है।
जानिए इस मंदिर की कुछ खास बातें-
- मान्यता है कि कामाख्या देवी माता सती की योनि यहां गिरी थी।
- हर माह तीन दिनों के लिए बंद होता है मंदिर।
- गर्भ गृह में देवी की कोई तस्वीर या मूर्ति नहीं।
- देवी के 51 शक्तिपीठ में ये शामिल है।
- गर्भगृह में सिर्फ योनि के आकार का पत्थर है।
- मां भगवती के योनि रूप का ये अनूठा मंदिर है।
- तांत्रिक सिद्धि के लिए ये बेहतर स्थान है।
- दुनियाभर के तांत्रिकों का ये पूज्य स्थान है।
- देवी की महामुद्रा कहलाता है योनि रूप।
- पूरे ब्रह्मांड का माना जाता है केंद्र बिंदु।
दस महाविद्या, काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला की पूजा भी कामाख्या मंदिर परिसर में की जाती है।
यहां बलि चढ़ाने की भी प्रथा है। इसके लिए मछली, बकरी, कबूतर और भैंसों के साथ ही लौकी, कद्दू जैसे फल वाली सब्जियों की बलि भी दी जाती है।
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पर्यटकों के आगमन से छोटे व्यवसायियों को मिलेगा रोजगार
कामाख्या मंदिर भी एक धार्मिक स्थल है। यहां भी लोग पूजा करने और घूमने के लिहाज से जा सकते हैं। पर्यटकों और श्रद्धालुओं के आने से मंदिर के आसपास के छोटे व्यवसायियों को भी रोजगार मिलेगा और उनकी स्थिति भी सुधरेगी।