कोहराम लाइव डेस्क : जीवन में सफलता के लिए Hard work और लगन बेहद जरूरी है। भगवान के भरोसे और किस्मत का रोना रोने से कुछ हासिल नहीं होता है। जो मेहनत करते हैं, उन्हें देर से सही मगर सफलता निश्चित मिलती है। बस सच्चे मन से मेहनत करना जरूरी है। आइए इसे समझते हैं कि एक कहानी से।
दो मित्रों की कहानी
दो मित्र थे। एक बहुत मेहनती और दूसरा सिर्फ भगवान भरोसे रहता था। दोनों ने मिलकर खेती के लिए जमीन खरीदी। मेहनती मित्र खेत में दिनभर Hard work करता, दूसरा दोस्त दिनभर पूजा करता कि उनकी फसल अच्छी हो। काफी समय तक ऐसा ही चलता रहा। उनके खेत में फसल तैयार हो गई। मेहनती व्यक्ति ने पूरी फसल काटी तो पूजा करने वाला मित्र बोला कि इसमें से आधा हिस्सा उसका है। मेहनती व्यक्ति ने कहा कि भाई तूने तो एक दिन भी खेत में काम नहीं किया तो तेरा इसमें हिस्सा कैसे हो सकता है? दोनों के बीच वाद-विवाद बढ़ गया। बात गांव की पंचायत तक पहुंच गई।
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पंचायत में हुआ फैसला
पंचायत ने दोनों मित्रों की बात सुनी और कहा कि मैं तुम दोनों को एक-एक बोरी गेहूं दे रहा हूं। कल जो व्यक्ति पूरे गेहूं साफ करके ले आएगा, वही इस फसल का मालिक होगा। दोनों दोस्त अपनी-अपनी बोरी लेकर घर पहुंच गए। पूजा करने वाला व्यक्ति भगवान के सामने बैठ गया और प्रार्थना करने लगा कि उसकी गेहूं की बोरी साफ हो जाए। मेहनती व्यक्ति गेहूं साफ करने में लग गया। पूरी जागकर उसने गेहूं साफ कर लिए।
मेहनत का फल मिला
अगले दिन दोनों मित्र पंचायत में पहुंच गए। मेहनती व्यक्ति के गेहूं साफ थे, उसने गेहूं के सारा कचरा निकाल दिया था। जबकि भक्ति करने वाले व्यक्ति की बोरी ऐसी की ऐसी थी। राजा ने भगवान भरोसे रहने वाले व्यक्ति से कहा कि भाई देवी-देवता भी उन्हीं लोगों की मदद करते हैं, जो मेहनत करते हैं। तुमने रातभर भक्ति की, लेकिन मेहनत नहीं की। जबकि तुम्हारे मित्र ने मेहनत की गेहूं का कचरा साफ कर लिया। तुम भी मेहनत करते तो तुम्हारे गेहूं भी साफ हो जाते।फिर उस व्यक्ति को अच्छी तरह समझ आ गई। इसके बाद से दोनों मित्र खेती में बराबरी से मेहनत करने लगे। फसल भी अच्छी हुई और उन्हें सफलता मिली।
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