Hazaribagh (Sunil Sahu) : “सर, हमलोग को वहां बहुत टॉर्चर किया जाता था। बहुत काम करवाती थी। खाना बनवाती थी, कपड़ा धुलवाती थी। यहां तक कि वहां की स्टाफ अपना खुद का काम भी हम ही लोग से करवाती थी। बहुत काम कराया जाता था। फिर भी कोई दिक्कत नहीं। हम लड़की जात हैं। काम से नहीं घबड़ाते। लेकिन हमलोग के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया जाता था। एजेट आदमी के साथ शादी-ब्याह तक करवा दी जाती है। बिना सच्चाई जाने और तह तक जाए कैसे अनाप-शनाप खबर छाप देते हैं। नाबालिग लड़की की तस्वीर तक छाप दी जाती है। सच्चाई जानना हो तो एक बार सुधार गृह का सीसीटीवी झांक लें। खुद-ब-खुद सच सामने आ जाएगी। हमलोगों को लेने या भगाने कोई नहीं आया था। अगर किसी को इन्वॉल्व करते या मदद लेते तो वह भी कुछ उम्मीद रखते। हम अकेले नहीं, एक साथ सात लड़कियां भागे। सब के सब बहुत परेशान हो गये थे। बाल बच्चेदार वाली औरत तक भाग गई। जरा सोचिये आखिर लड़कियां वहां से क्यों भागी। किसी को बुरा कह देना सबसे आसान काम है।” यह कहना है हजारीबाग के स्वाधार गृह से भागी दो लड़कियों का।
यहां याद दिला दें कि बीते 21 नवंबर की देर रात स्वाधार गृह से एक साथ सात लड़कियां भाग गई थीं। भागी लड़कियों में 2 को बाद में पकड़ लिया गया था। बाकी पांच अब भी ट्रेसलेस है। इन्हीं लड़कियों में 2 लड़कियों ने अपना वीडियो बनाकर कोहरामलाइव को भेजा है। इन दोनों का कहना है कि सुधार गृह की पूनम साहू की कृयाविधि को अगर देख लिया जाये तो सबकुछ सामने आ जाएगा। एक लड़के के संग भाग जाने के जुर्म में यहां आई लड़की ने कहा कि पूनम साहू का सुर हमेशा बदलते रहा। शुरू में बोलती थी कि लड़के की नहीं, तेरी भी गलती है। समझाती भी थी। पर जब मेरे घरवालों ने पैसा झोंक दिया तो उनका सुर भी बदल गया। बोलने लगी… लड़का तुम्हे छोड़ देगा। वह हमारा बयान बदलवाना चाहती थी। ताकि लड़का करण के घरवाले पूरी तरह से बर्बाद हो जाए। सच्चाई यह है कि बासूदेव यादव या उनके परिवार के किसी सदस्य की कोई गलती नहीं। मेरे जरिए उन्हें फंसाना चाहते हैं। पर मैं मर जाऊंगी, किसी निर्दोष को नहीं फसाउंगी। इस नाबालिग लड़की ने कहा कि वह अभी अपना लोकेशन नहीं बताएगी, वरना उन्हें फिर से उसी दलदल में झोंक दिया जाएगा। जहां भी हैं सेफ हैं। मेरे म्मी पापा पैसा खर्च कर मेरा बयान बदलवाना चाहते हैं। मेरी जान भी खतरे में है। हो सकता है मेरे साथ कोई अनहोनी हो जाए और निर्दोष लोगों को फंसा दिया जाए। मेरे पापा अपनी हार का बदला बासुदेव यादव से लेना चाहते हैं, पर मैं जीते जी ऐसा नहीं करूंगी।
वहीं इस लड़की की मां ने कोहराम लाइव से कहा कि मुझे दस दिनों की मोहलत दें। मैं साबित कर दूंगी कि उनकी बेटी का किडनैप किया गया है। इससे पहले भी 2-3 दफा उनकी बेटी का किडनैप किया गया। इन सब के पीछे दबंग मुखिया बासुदेव यादव का हाथ है। बासुदेव का बेटा ही उनकी बेटी को लेकर भागा था। वहीं, मुखिया बासुदेव यादव ने अपने उपर लगे इल्जाम को गलत बताया। उनका कहना था कि बेटा-बेटी की गलती की सजा माई-बाप को क्यों। उन्हें जब जिस हालत में थाना में बुलाया गया, वो गये। थाना से लेकर कई पुलिस अधिकारियों को सबकुछ पता है। पर ना जानें क्यों उनकी छवि को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्हें पूरा बदनाम किया जा रहा है।
इधर, लड़की किडनैपिंग के प्रकरण को हजारीबाग पुलिस ने भी काफी गंभीरता ले लिया है। स्वाधार गृह से भागी नाबालिग लड़की की तस्वीर के साथ खबर छपने को लेकर भी पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। इस संबंध में हजारीबाग पुलिस ने प्रेस बयान भी जारी किया है। सुनें क्या बोली स्वाधार गृह से भागी लड़कियां, एक लड़की की मां और मुखिया बासुदेव यादव…
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