Kohramlive : PDF फाइल डिजिटल जीवन में जितना जरूरी है, उतना ही घातक भी है। साइबर खतरों से जुड़े संभावित जोखिमों के कारण PDF फाइल डाउनलोड करते समय अलर्ट मोड में रहना बेहद जरूरी है। अनजान और बिना किसी ऑथेंटिक सोर्स के PDF डाउनलोड करना फोन को मैलवेयर से इंजेक्ट कर सकता है। इसके लिये कुछ बातों पर गौर करना जरूरी है। मसलन PDF फाइल में वायरस या मैलवेयर हो सकते हैं, जो कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकते हैं। PDF फाइल को खोलने से पहले उसे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर की मदद से स्कैन करना बेहद जरूरी है। इसकी मदद से वायरस या मैलवेयर से डिवाइस को बचाया जा सकता है। वहीं जिस सोर्स पर भरोसा हो यानी प्रतिष्ठित वेबसाइटों, आधिकारिक सोर्स या प्रसिद्ध प्लेटफार्म से ही फाइल डाउनलोड करें।
इसी तरह इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय और PDF फाइल की लिंक को क्लिक करते समय क्लिक का बेहद ध्यान रखें। कई बार PDF फाइल डाउनलोड कराने के नाम पर फर्जी लिंक पर क्लिक करवाया जाता है, ताकि आपके डिवाइस का एक्सेस लिया जा सके। सुरक्षित रहने के लिए किसी PDF में लिंक पर केवल तभी क्लिक करें जब आप पूरी तरह सुनिश्चित हों कि वे विश्वसनीय हैं। वहीं संदिग्ध लिंक या बार-बार पॉप-अप विज्ञापनों वाली वेबसाइटों से PDF डाउनलोड करते समय सावधान रहें। ये संभावित रूप से मैलिसियस कंटेंट के संकेतक हो सकते हैं। साइबर अपराधी अक्सर इंफेक्टेड PDF फाइलों को डाउनलोड करने या मैलिशियस लिंक पर क्लिक करने के लिए यूजर्स को लुभाने के लिए गुमराह करते हैं। सबसे ज्यादा तब चौंकन्ना हो जाये जब अनजान PDF से व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाये। ये फिशिंग प्रयास हो सकते हैं, जहां हैकर संवेदनशील डाटा को प्राप्त करने के लिए आपके साथ धोखाधड़ी कर सकते हैं। हमेशा अलर्ट रहे। अनजान रिक्वेस्ट को कतई एक्सेप्ट न करें। कोई भी संवेदनशील जानकारी देने से पहले वेबसाइट के URL को अच्छे से चेक करें। फिशिंग अटैक होने पर आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ सकता है, इसलिए अलर्ट मोड में रहना बेहद जरूरी है।
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