नई दिल्ली : एक लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण आरंभ होने जा रही है। सोमवार को गणेश पूजा के साथ तीन दिन का अनुष्ठान शुरू हुआ। इसके बाद माता सीता की कुलदेवी छोटी देवकाली और भगवान राम की कुलदेवी बड़ी देवकाली की पूजा की गई। अयोध्या और बनारस के 21 पंडित पूजा करा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी तैयारियों का जायजा लेने सोमवार को अयोध्या पहुंच गए। 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन करेंगे।
मान्यता है कि जनकपुर में विवाह के बाद जब माता सीता अयोध्या आईं तो अपनी कुलदेवी की प्रतिमा भी साथ लाई थीं। उन्होंने राम जन्मभूमि के पास ही इनकी स्थापना की थी। इसी तरह बेनीगंज में बड़ी देवकाली का मंदिर है। मान्यता है कि, महाराज सुदर्शन ने द्वापर युग में इन्हें स्थापित किया था।
पीएम मोदी पहले लेंगे हनुमानजी का आशीर्वाद
अयोध्या के हनुमानगढ़ी में मंगलवार को सुबह 8 बजे से राम अर्चना शुरू होगी। साल में एक बार होने वाली निशान पूजा भी होगी। अगले दिन 5 अगस्त को राम मंदिर की नींव रखी जाएगी। प्रधानमंत्री अयोध्या में सबसे पहले हनुमानगढ़ी जाएंगे। जहां वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मंदिर में विशेष पूजा करेंगे।
अयोध्या को किया गया सील
सुरक्षा को लेकर आज से अयोध्या को सील कर दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी 5 अगस्त को अयोध्या में 3 घंटे रहेंगे। वे यहां पारिजात का एक पौधा लगाएंगे। अयोध्या में साढ़े 12 बजे भूमि पूजन शुरू होगा, जो ठीक 10 मिनट तक चलेगा। इसके बाद प्रधानमंत्री शिलान्यास समारोह में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम करीब सवा घंटे चलेगा।