कोहराम लाइव डेस्क : Mount Abu पश्चिमी भारत के राजस्थान और गुजरात सीमा के पास स्थित एक खूबसूरत सा हिल स्टेशन है. यह चारों ओर से जंगल से घिरा हुआ है और अरावली रेंज में एक ऊंचे पथरीले पठार पर स्थित है। यहां पर शांत वातावरण और मनमोहक पहाड़ियों के मनोरम दृश्य का लुत्फ उठाया जा सकता है. नक्की लेक में नौका विहार और जंगलों में जानवर देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ती है। यहां के धार्मिक स्थलों की नक्काशी काफी खूबसूरत है।
दिलवाड़ा मंदिर : Mount Abu से 3 किलोमीटर दूर स्थित है दिलवाड़ा मंदिर
Mount Abu से लगभग 3 किलोमीटर की दूर स्थित है दिलवाड़ा मंदिर। ये हरियाली से घिरा हुआ है और काफी ऊंचाई पर स्थित है. ये मंदिर मार्बल के अपने आश्चर्यजनक इस्तेमाल के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. बहुत से पर्यटक इसे वास्तुशिल्प रूप से श्रेष्ठ मानते हैं. इसके दरवाजों से लेकर छत और खंभों तक सब कुछ बेहद शानदार तरीके से डिजाइन किया गया है.
माउंट आबू एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो रेगिस्तानों की भूमि में वनस्पतियों और जीवों की विविधता से संपन्न है. यहां की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में जानवरों के साथ लुभावनी हरियाली भी मौजूद है जो पर्यटकों को खूब लुभाती है.
नक्की लेक
खूबसूरत नक्की झील चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरी हुई है और यहां नौका विहार एक आनंददायक अनुभव है. यह भारत की एकमात्र कृत्रिम झील है जिसे समुद्र तल से 1200 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर बनाया गया है.
गुरु शिखर
यह समुद्र तल से लगभग 1,722 मीटर की ऊंचाई वाली अरावली श्रेणी की सबसे ऊंची चोटी है. यहां पहाड़ की चोटी तक की यात्रा एडवेंचरस और मजेदार है. गुरु शिखर का मनमोहक दृश्य पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है.
गौमुख मंदिर
गौमुख मंदिर में 700 सीढ़ियों की एक पवित्र चढ़ाई है. यह आसपास की घाटी का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है. यह पूरे साल धार्मिक तीर्थ यात्राओं और मेडिटेशन के लिए प्रसिद्ध स्थान है. संगमरमर के बैल के मुंह से गिरने वाली रहस्यमयी जलधारा हिंदू पौराणिक कथाओं में भगवान शिव के दिव्य बैल नंदी को समर्पित है.
अचलगढ़ गांव
अचलगढ़ गांव माउंट आबू में एक सुरम्य गांव है जो अचलगढ़ किले और अचलेश्वर मंदिर के लिए मशहूर है. यहां का अचलगढ़ किला एक पर्वत शिखर के शीर्ष पर बना हुआ है.
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