नई दिल्ली। सभी जानते हैं कि सफलता पाने के लिए बहुत लगन और मेहनत करनी होगी। परंतु मेहनत से ही सफलता हासिल नहीं होती| इसके लिए जोखिम लेना भी जरूरी होता है| नौकरी छोड़ बिजनेस शुरू करने का जोखिम लेना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन जो जोखिम उठाते हैं उन्हें अक्सर सफलता मिलती है। रोहित सेन और नुपुर गुप्ता दोनों गोल्डमैन सैक्स में नौकरी करते थे, लेकिन नीरा कंपनी बनाने और कुछ बड़ा करने के लिए दोनों ने अपनी अच्छी खासी सैलरी वाली नौकरी छोड़ दी| आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी।
रोहित सेन पहली पीढ़ी के ब्रिटिश भारतीय हैं| ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने 12 वर्षों तक लंदन में एक वित्त ट्रेडर के रूप में काम किया। रोहित ने भारत में तेजी से हो रहे सामाजिक और आर्थिक बदलावों का बारीकी से देखा है और इसी के तहत समाज को कुछ बड़ा वापस देने के उद्देश्य से 2018 में अपने सहयोगी नुपुर गुप्ता के साथ नीरा की लॉन्चिंग की।
2500 रुपये से एक लाख तक का लोन
रोहित सेन पहली पीढ़ी के ब्रिटिश भारतीय हैं। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने 12 वर्षों तक लंदन में एक वित्त ट्रेडर के रूप में काम किया, जिसमें कई कंपनियों के लिए क्रेडिट और जोखिम प्रबंधन में एक मजबूत भागीदारी विकसित करते थे। रोहित ने भारत में तेजी से हो रहे सामाजिक और आर्थिक बदलावों का बारीकी से देखा है और इसी के तहत समाज को कुछ बड़ा वापस देने के उद्देश्य से 2018 में अपने सहयोगी नुपुर गुप्ता के साथ नीरा की लॉन्चिंग की| कंपनी का बिजनेस मॉड्यूल2018 में लॉन्च हुई नीरा एक फिनटेक कंपनी है जो छोटे लोन और व्यवसाय के लिए भारतीयों को लोन मुहैया कराती है| लोन की रकम 2500 रुपये से 1 लाख रुपये तक की होती है| उधार लेने वाले लोन की रकम को 3 से 12 महीने में चुका सकते हैं| जबकि अधिकांश फिनटेक कंपनियां आज के दौर में तकनीक के जरिए अपनी खरीद नीति का काम करते हैं वही नीरा का लक्ष्य पूरी तरह से ‘भारत’ पर है। इनके ग्राहक ऐसे हैं जिन्हें डिजिटल में थोड़ा कम अनुभव है। ऐसे में नीरा जरूरत के समय में उनकी मदद करता है। नीरा का उद्देश्य मध्य भारत में एक वित्तीय ब्रांड बनना है। कंपनी फेडरल बैंक के साथ मिलकर ग्राहकों को लोन मुहैया कराती है। नीरा ने अक्टूबर 2018 में अमेरिका से एक मिलियन डॉलर का फंड सीड फंडिंग के जरिए भारत और यूके के एंजल इन्वेस्टर्स से जुटाया है। 2019 नीरा को भारत में दो अहम प्रोगाम के लिए चुना गया। गूगल की ओर से इसे टेकस्टार्ट और गूगल लॉन्चपैड के लिए इसे चुना गया।
एक मिलियन डॉलर की सीड फंडिंग जुटाई
नीरा के जरिए रोहित उपभोक्ताओं को वित्त प्रदान करने के तरीके को फिर से परिभाषित करने के लिए डेटा और प्रौद्योगिकी की शक्ति का को बेहतर तरीके से करने के लिए तत्तपर हैं। कंपनी अपने मोबाइल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से एक वर्ष तक के लिए एक लाख रुपए तक का छोटा क्रेडिट प्रदान करती है, उपभोक्ताओं को वित्त के पारंपरिक रास्ते तक सीमित पहुंच के साथ। नीरा ने हाल ही में एक मिलियन डॉलर की सीड फंडिंग प्राप्त की है। रोहित को उम्मीद है कि नीरा भारत के साथ अपने परिचालन के पैमाने और पहुंच का विस्तार करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रोहित को वित्तीय सेवा और फिनटेक सेक्टर की बेहतर समझ है, खासकर क्रेडिट रिस्क और कंज्यूमर क्रेडिट, जिसमें लोन, क्रेडिट कार्ड और ऑटो फाइनेंस जैसी सेवाएं शामिल हैं। रोहित को इन बातों को आपसे को साझा करने में खुशी होगी। इस बात पर खास जोर रहेगा कि कि कैसे वह आने वाले वर्षों में भारत में बढ़ते और विकसित होते सेक्टर को देखता है और कैसे नीरा उस यात्रा का हिस्सा बनने की योजना बना रहा है।
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